अगर students चाहते हैं कि वे अपने answers को दोबारा check कर सके तो संस्कृति Class 10 Hindi NCERT Solutions एक अच्छा माध्यम बन सकता है| इनके जरिए वे परीक्षा में भी अच्छे अंकों से pass हो सकते हैं|

NCERT Solutions for Chapter 12 Sanskriti Class 10 Hindi


1. लेखक की दृष्टि में ‘सभ्यता’ और ‘संस्कृति’ की सही समझ अब तक क्यों नहीं बन पाई है?

Solution

लेखक की दृष्टि में ‘सभ्यता’ और ‘संस्कृति’ की सही समझ अब तक नहीं बन पाई है क्योंकि इनका प्रयोग लोग अपने ही तरीके से करते हैं। इनके साथ अनेक विशेषण लग जाते हैं जैसे भौतिक सभ्यता और अध्यात्मिक सभ्यता, मुस्लिम संस्कृति। विशेषण लगने के कारण यह समझ नहीं आता कि इन दोनों में क्या अंतर है।

2. आग की खोज एक बहुत बड़ी खोज क्यों मानी जाती है? इस खोज के पीछे रही प्रेरणा के मुख्य स्रोत क्या रहे होंगे?

Solution

‘आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है’ आग की खोज मनुष्य के लिए सबसे बड़ी खोज रही होगी क्योंकि आग हमारे जीवन में सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। भोजन पकाने, सर्दी से बचने अंधेरे को दूर करने और जंगली जानवरों से स्वयं की रक्षा करने में आग का महत्वपूर्ण स्थान है।

3. वास्तविक अर्थों ‘संस्कृत व्यक्ति’ किसे कहा जा सकता है?

Solution

वास्तविक अर्थों में संस्कृत व्यक्ति वही है जिसने अपनी बुद्धि, विवेक और योग्यता के बल पर मनुष्यता के कल्याण के लिए किसी नए तथ्य या वस्तु का आविष्कार किया।

4. न्यूटन को संस्कृत मानव कहने के पीछे कौन से तर्क दिए गए हैं? न्यूटन द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों एवं ज्ञान की कई दूसरी बारीकियों को जानने वाले लोग भी न्यूटन की तरह संस्कृत नहीं कहला सकते, क्यों?

Solution

न्यूटन ने अपनी बुद्धि शक्ति से गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत का आविष्कार किया इसलिए उसे संस्कृत मानव कहा जाता है। जो व्यक्ति अपनी बुद्धि और विवेक के द्वारा किसी भी नए तथ्य का आविष्कार करता है उसे संस्कृत मानव कहा जाता है। उसकी संतान जिसे अपने पूर्वज से वस्तु अनायास ही प्राप्त हो गई हो वह अपने पूर्वज की भांति संस्कृत नही कहा सकता है। हम उसे सभ्य कह सकते हैं।

5. किन महत्वपूर्ण आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सुई-धागे का आविष्कार हुआ होगा?

Solution

मनुष्य ने शरीर को ढकने तथा सर्दियों में ठंड से बचने के लिए सुई धागे का आविष्कार किया होगा। अपने तन को ढकने के लिए और सजाने के लिए सुई-धागे का आविष्कार किया होगा।

6. मानव संस्कृत एक अविभाज्य वस्तु है। किन्हीं दो प्रसंगों का उल्लेख कीजिए जब –
(क) मानव संस्कृति को विभाजित करने की चेष्टाएँ की गई।
(ख) जब मानव संस्कृति ने अपने एक होने का प्रमाण दिया।

Solution

(क) मानव संस्कृति को विभाजित करने की चेष्टाएं की गई:

हिटलर के आक्रमण के कारण मानव संस्कृति खतरे में पड़ गई।
जब मानव संस्कृति को धर्म के नाम पर विभाजित करने की चेष्टा की गई।
(ख) जब मानव संस्कृति ने अपने एक होने का प्रमाण दिया:

सिद्धार्थ ने अपना घर केवल मानव कल्याण के लिए छोड़ दिया।
संसार के मजदूरों को सूखी देखने के लिए कार्ल मार्क्स ने अपना सारा जीवन दुख में बिता दिया।

7. आशय स्पष्ट कीजिए –
(क) मानव की जो योग्यता उससे आत्म-विनाश के साधनों का आविष्कार कराती है, हम उसे उसकी संस्कृति कहें या असंस्कृति?

Solution

मनुष्य जब अपनी योग्यता के बल पर लोक कल्याण की भावना से आविष्कार करता है तो वह संस्कृति है। जब अविष्कार करने की योग्यता का उपयोग विनाश करने के लिए किया जाता है तब असंस्कृति बन जाती है।

8. लेखक ने अपने दृष्टिकोण से सभ्यता और संस्कृति की एक परिभाषा दी है।आप सभ्यता और संस्कृति के बारे में क्या सोचते हैं, लिखिए।

Solution

हमारी दृष्टि में संस्कृति और सभ्यता एक दूसरे के पूरक है। एक के अभाव में दूसरे की कल्पना भी नहीं की जा सकती । सभ्यता दृष्ट है, जीवन जीने की कला है। संस्कृति अविभाज्य है। सभ्यता परिवर्तनशील है। हमारे खाने-पीने का तरीका, रहन-सहन का तरीका सब सभ्यता है|

भाषा अध्ययन

1. निम्नलिखित सामासिक पदों का विग्रह करके समास का भेद भी लिखिए:

गलत-सलत
महामानव
हिंदू-मुसलिम
सप्तर्षि
आत्म-विनाश
पददलित
यथोचित
सुलोचना

Solution

गलत और गलत द्वंद्व समास
महान मानव कर्मधारय समास
हिन्दू और मुस्लिम द्वंद्व समास
पददलित तत्पुरुष समास
सप्त ऋषियों का समूह द्विगु समास
आत्मा का विनाश तत्पुरुष समास
जैसा उचित हो अव्ययीभाव समास
सुन्दर हैं लोचन जिसके बहुव्रीहि समास