उत्साह Extra Questions and Answers
1. कवि ने बादलों को ‘विकल’ और उन्मन क्यों कहा है?
Solution
आकाश में उमड़ते-घुमड़ते बादलों को देखकर कवि को ऐसा लगता है कि बादल बेचैन और अनमने लगते हैं क्योंकि धरती पर लोग गरमी और कई समस्याओं से परेशान हैं।
2. कवि बादल को क्या घेरने के लिए कह रहा है और क्यों?
Solution
कवि पूरे बादल को पूरे आकाश को घेरने के लिए कह रहा है। धरती पर लोग गर्मी से त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। कवि की इच्छा है कि बादल वर्षा करके आकाश को शांत कर दे और नवजीवन का संचार करे।
3. कवि ने घनघोर बादलों की तुलना किससे की है ?
Solution
कवि ने बादलों को बच्चों के काले घुँघराले बालों से तुलना की है। उनका कहना है कि ये काले-काले बादल बच्चों के काले घुँघराले बालों की तरह सुंदर हैं।
4. कौन विकल और उन्मन थे और क्यों?
Solution
विश्व के सभी लोक विकल और उन्मन थे क्योंकि धरती पर प्रचंड गर्मी से समस्त प्राणिजगत त्राहि-त्राहि कर रहे थे और वनस्पतियाँ सूख गयीं थी।
5. बादल को अनन्त के घन क्यों कहा गया है?
Solution
बादल को अनंत के घन इस लिए कहा गया है क्योंकि बादल अनंत आकाश में रहते है उन्होंने संपूर्ण आकाश को घेर रखा है तथा वे जीवन -दायक और बरस कर प्राणियों को भीषण गर्मी से राहत देते हैं।
6. ‘तप्त धरा जल से फिर शीतल कर दो पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।
Solution
ग्रीष्म ऋतु के प्रचण्ड ताप और लू से धरती तपती रहती है, जिसे वर्षाकाल के बादल आकर शीतल करते हैं। बादल पौरुष और क्रान्ति का प्रतीक होने से शोषित, पीड़ित और विषमता से ग्रस्त लोगों को सुख-शांति देता है।
7. कवि ने बादल को ‘नवजीवन वाला’ क्यों कहा है?
Solution
कवि ने बादल को पौरुष और क्रान्ति का प्रतीक बताया है और उसे पीड़ित लोगों को नवजीवन देने वाला बताया है। साथ ही, बादल जलवर्षा करके सभी जीवों, पेड़-पौधों और प्रकृति में नवीन चेतना का संचार करता है। कवि ने उसे दोनों तरह से ‘नवजीवन वाला’ कहा है।
8. कवि ने ‘बादल के उर में’ विद्युत छवि को किन संदर्भों में जोड़ा है?
Solution
बिजली की रेखा घने काले बादलों के बीच में नया जीवन देने वाली है। जब पूरी प्रकृति गर्मी से परेशान हो जाती है, प्राणी त्राहि-त्राहि करने लगते हैं तब बादल बरस कर उनमें नई स्फूर्ति और नया जीवन डालते हैं।
9. ‘उत्साह’ कविता के माध्यम से निराला जी की क्रांतिकारी चेतना को स्पष्ट कीजिए।
Solution
यह कविता क्रांति का आह्वान करती है। कवि बादलों को गरजने के लिए कहते हैं, क्योंकि उनके स्वर में उत्साहपूर्ण गड़गड़ाहट है। वर्षा से बंजर जमीन उपजाऊ होती है। ऐसी ही क्रांतिकारी शक्ति कवि के मन में भी है। वे निराश, हताश लोगों को उत्साह देना चाहते हैं।
अट नहीं रही है Extra Questions and Answers
10. यह किस मास की शोभा है जिससे कवि की आँख हटाने पर भी नहीं हटती?
Solution
फागुन महीने की प्राकृतिक सुंदरता बेहद आकर्षित करती है। कवि बार-बार फागुन की प्राकृतिक सुषमा को देखता रहता है, जिससे उसकी सौन्दर्य देखने की लालसा बढ़ती जाती है।
11. “पत्तों से लदी डाल, कहीं हरी, कहीं लाल” – पंक्ति में किस ऋतु और महीने की शोभा का वर्णन है? इस पंक्ति का भाव अपने शब्दों में लिखिए।
Solution
इस पंक्ति में वसंत ऋतु और फागुन मास की सुंदरता का वर्णन है। इसका अर्थ है कि वसन्त ऋतु के आगमन पर पेड़ों में नए पत्ते और कोंपलें आ जाती हैं, जिससे डालियाँ लाल और हरे पत्तों से भर जाती हैं। वृक्षों की डालियाँ पत्तों से लदे हुए बहुत सुंदर लगते हैं।
12. ‘अट नहीं रही है’ का क्या अर्थ और भावार्थ है ?
Solution
“अट नहीं रही है” का अर्थ है – समा नहीं रही है। कवि चाहता है कि फागुन के वसंत की सुंदरता हर जगह फैली है, जहाँ देखो वहाँ सौंदर्य है। ऐसा लगता है कि फागुन महीने में ‘वसंत की सुंदरता धरती पर नहीं समा रही है।
13. फागुन की मस्ती का मानव जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?
Solution
मानव मन फागुन की सर्वव्यापी सुंदरता से प्रसन्न होता है। उसकी गंध, रंग और रूप का जादू हर किसी के मन को प्रफुल्लित करता है। यह घरों के हर कोने में फैलता है और लोगों को मदमाता है। मानव मन फागुन की खुशी और उत्साह से प्रभावित होता है।
14. फागुन में वन-उपवन की शोभा कैसी हो जाती है?
Solution
फागुन मास में सभी पेड़-पौधे नए पत्तों और फूलों से भर जाते हैं। प्रकृति का रूप-सौंदर्य मनमोहक हो जाता है।
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